भाव मिश्र के अनुसार 5 प्रकार-
1. घोल
2. मथित
3. तक्र
4. उदश्वित्
5. छच्छिको (छाँछ)
1. घोल – मलाई के साथ बिना पानी मिलाये जब दधि को मथनी से मथते हैं।
2. मथित- दही से मलाई पृथक करके अर्थात् मलाई रहित दही को मथानी से मथा जाएँ तो मथित तक्र कहते हैं।
3. तक्र – एक मिट्टी की हाँडी में मलाई युक्त दही को रखकर मथानी से मथे। उसमें दही से ¼ ठढ़ा एवं मधुर जल थोड़ा-थोड़ा मिलाकर मथें एवं तक्र बना लें।
4. उद्श्वित – दही से ½ मात्रा में मीठा एव ठण्डा पानी मिलाकर मथे।। मक्खन नहीं निकालते हैं।
5. छच्छिका – दही से ½ मात्रा में ठण्डा पानी मिला कर मथें व सम्पूर्ण मक्खन निकाल लें।
चरक अनुसार-
1.रूक्ष
2. अर्धस्नेह्युक्त
3. पूर्ण स्नेहयुक्त